मेरा नाम अनोखीलाल, उम्र ७६ वर्ष हैं, मुझे करीब २० साल से दिल कि परेशानी थी जिसके लिए में रोजाना दवा लेता हूँ, व समय समय पर अपने चिकित्सक से भी परामर्श लेते रहता हं | परन्तु करीब १५ साल पहले मुझे अपने घुटनों के जोड़ो में तकलीफ महसूस होने लगी जो धीमे धीमे करके बहुत परेशान करने लगी, चूँकि मैं बहुत से सामाजिक संस्थाओ से जुडा हुआ हूँ जो मरीजो के हित के लिए लगातार प्रयासरत रहते हैं, हमारी संस्था द्वारा अभ तक लगभग ३५० निशुल्क शिविरों का आयोजन किया जा चुका हैं , जिसके द्वारा हजारों मरीजो को स्वास्थलाभ मिला हैं, इसी कारण मेरा शहर के लगभग लगभग सभी चिकत्सको से अच्छा संपर्क था, मैंने उन चिकत्सको से मेरी समस्या के लिए संपर्क किया, उन्होंने मुझे बताया कि अनोखीलाल जी आपके घुटनों में चिकनाई की परत घिसने लगी हैं, जिसके कारण आपको ये दर्द हो रहा हैं |
मैंने चिकित्सक से सवाल किया कि क्या ये परेशानी ठीक हो सकती हैं ???? तब उन्होंने मुझे सलाह दी कि आप कुछ दवाओं का नियमित सेवन करें व अच्छी तरह से कसरत करें तो काफी हद तक आपको इस समस्या से छुटकारा मिल सकता हैं, मैंने चिकित्सकों में समझाए अनुसार नियमित रूप से कसरत व दवाओ का सेवन चालु कर दिया जिससे मुझे आराम मिलने लगा, परन्तु कुछ समय बाद मुझे पुनः घुटनों में दर्द रहने लगा, जिसके कारण मैं अपने आप को बंधा हुआ महसूस करने लगा था, मैं अपने दैनिक काम के लिए भी दर्द निवारक दवाओं पर आश्रित हो गया था, व अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के साथ न्याय नहीं कर पा रहा था |
मैंने पुनः चिकित्सकों से संपर्क किया, अबकी बार उन्होंने मुझे एक्स रे करवाने की सलाह दी, एक्सरे के बाद उन्होंने मुझे बताया कि आपके घटने में घिसाव होने के कारण ये परेशानी हैं, अब इस समस्या का इलाज यही हैं कि आप जोड़ प्रत्यारोपण करवा लें, चूँकि मुझे हार्ट की परेशानी पहले से थी, ये बात मैंने चिकित्सक को बताया, तब उन्होंने मुझे बताया कि अगर आपके हार्ट के डॉक्टर सर्जरी के लिए आपको फिट घोषित कर देते हैं तब हम आपका ऑपरेशन कर सकते हैं , तो कृपया आप अपने हार्ट के डॉक्टर से संपर्क करें |
तब मैं अपने हार्ट के डॉक्टर से मिला ओर अपनी सारी परेशानियों से उन्हें अवगत कराया, उन्होंने मेरे कुछ टेस्ट किये व यह बतलाया कि मेरे हार्ट की परेशानियों को देखते हुए वह ये सलाह देते हैं कि अगर मैं सर्जरी की तरफ जाता हूँ तो इसमें बहुत जोखिम हैं, तब मैंने सर्जरी का विचार त्याग दिया , परन्तु उचित इलाज के लिए मेरी खोज चालू रही, मुझे लगा कि मेरे जैसे हार्ट के मरीजों के लिए कोई तो तरीका होगा जिससे हम ठीक हो सके, तभी एक दिन मैंने न्यूज़ पेपर में सहज थेरपी के बारें में आई खबर को पढ़ा कि इसके द्वारा बिना किसी बड़े ऑपरेशन के इलाज किया जाता हैं, मैंने सहज थेरपी के सेंटर पर जा कर इस पद्धति के बारे में सब समझा फिर अपने हार्ट के डॉक्टर से इस नयी विधा के बारे में चर्चा की, तब उन्होंने मुझे कहा कि ये सर्जरी तुम करवा सकते हो क्यूंकि इसमें किसी तरह का कोई जोखिम नहीं हैं , तब मैंने वर्ष 2015 में इस विधा से अपना इलाज करवाया, इलाज के १ महीने बाद से ही मैं अपने सारे काम बिना किसी दर्द के करने लगा, आज पूरे ५ साल हो चुके हैं मेरी सर्जरी को, मुझे किसी भी तरह से कोई दर्द नहीं हैं, मैं अपने सारे सामाजिक उत्तरदायित्वों को सफलतापूर्वक पूर्ण कर रहा हूँ, इस विधा से इलाज के बाद मुझे किसी भी तरह से कोई दवा का सेवन नहीं करना पड़ रहा हैं, मेरे मित्र व मेरे परिजन मेरी दर्दरहित अवस्था को देखकर बहुत खुश हैं, मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करता हूँ कि जैसे मुझे सही समय पर सहज थेरपी के बारे में जानकारी मिली वैसे ही हर मरीज को यह जानकारी अपने नाम के अनुरूप बहुत ही सहजता से उपलब्ध हो |